ताजा समाचार
शहीद वाणी
रोशन जनकपुरी
श्रद्धांजलिक पंक्तिमे
हमरालेल उठल मुठ्ठी
तोहर छातियोमे उठल छौ कि नइँ ?
आ कि बस्स !
हमर स्मृतिक मौनता
कहीँ मुर्दापन त नइँ जन्मा रहल छौ ?
ई मौनता ,
तोहर छातीमे
सम्वेदनाके ज्वालामुखी
जनमबै छौ कि नइँ ?
आ कि बस्स !
श्रद्धांजलिक पंक्तिमे
हमरालेल उठल मुठ्ठी
तोहर छातियोमे उठल छौ कि नइँ ?
आ कि बस्स !
हमर स्मृतिक मौनता
कहीँ मुर्दापन त नइँ जन्मा रहल छौ ?
ई मौनता ,
तोहर छातीमे
सम्वेदनाके ज्वालामुखी
जनमबै छौ कि नइँ ?
आ कि बस्स !
देखही ने
दुखियाके दिन,
दिन-दिन
भारिए भेल जा रहल छै ।
०००
दिन-दिन
भारिए भेल जा रहल छै ।
०००
भिडियो फिचरview all